दादरी: चरखी नगरपालिका क्षेत्र में एयरपोर्ट पर नौकरी लगवाने का झांसा देकर दो आरोपियों ने एक युवक से 63,280 रुपये की ठगी की है। इस मामले में साइबर थाना पुलिस ने शिकायतकर्ता मनीष की मदद से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों की पहचान मोहित शर्मा और गोपाल के नाम से की गई है। यह आरोपी दिल्ली से दबोचे गए हैं और उन्हें 5 दिन के रिमांड पर रखा गया है।
मनीष ने बताया कि उसको 9 अप्रैल को एक अनजान नंबर से कॉल आया था, जिसमें यह बात कही गई कि उसकी नौकरी दिल्ली एयरपोर्ट पर लगवाई जा सकती है। उससे पहले, उसे 280 रुपये की ऑनलाइन फार्म फीस के नाम पर ट्रांसफर करवाए गए। इसके बाद, उसे ज्वाइनिंग लेटर के नाम पर 7500 रुपये, गेटपास लेटर की फीस के रूप में 10,000 रुपये, ट्रेनिंग लेटर फीस के रूप में 25,000 रुपये और इन्वाइस लेटर की फीस के रूप में 19,000 रुपये ऑनलाइन भेजे गए। इस तरह, इन आरोपियो
मानसिक तोर पर पांच ट्रांजेक्शन के माध्यम से मनीष से 63,280 रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की। इसके बाद, ये आरोपी मनीष के फोन को बंद कर दिया।
पुलिस प्रवक्ता पवन कुमार ने बताया कि साइबर थाना पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच की प्रक्रिया शुरू की है। इस मामले में हेड कांस्टेबल शिव कुमार की टीम ने कार्रवाई करते हुए मोहित शर्मा और गोपाल को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को 7 जून तक की रिमांड पर रखा गया है। रिमांड अवधि पूरी होने के बाद, पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश करेगी।
यह घटना दादरी क्षेत्र में एयरपोर्ट पर नौकरी की तलाश करने वाले युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण सचेत करने वाली घटना है। इसका संदेश है कि हमेशा सतर्क रहें और अज्ञात नंबरों से आने वाले कॉलों पर सावधानी बरतें। यदि किसी को ऐसी ठगी का शिकार होने की संभावना हो, तो उन्हें तुरंत पुलिस को सूचित करना चाहिए।
दादरी में एयरपोर्ट पर नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी, युवक से 63 हजार रुपये ठगे गए
दादरी में एयरपोर्ट पर नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी, एक युवक से 63 हजार रुपये ठगे गए हैं। इस मामले में दो आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। यह घटना एयरपोर्ट नौकरी की तलाश करने वाले युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण सचेत करती है।
चरखी निवासी मनीष ने साइबर थाना पुलिस को यह शिकायत दी थी कि उसे एक अज्ञात नंबर से कॉल आई थी, जिसमें उसे दिल्ली एयरपोर्ट पर नौकरी दिलवाने की बात कही गई। इसके लिए मनीष से 280 रुपये की ऑनलाइन फीस मांगी गई, जो उसने भुगतान कर दी।
इसके बाद, मनीष से ज्वाइनिंग लेटर, गेटपास लेटर, ट्रेनिंग लेटर और इन्वाइस लेटर की फीस के नाम पर अलग-अलग राशि की मांग की गई। आरोपी द्वारा पांच ट्रांजेक्शन के माध्यम से मनीष से 63,280 रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की गई। इसके बाद, ये आरोपी मनीष के फोन को बंद कर दिया।
आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए मोहित शर्मा और गोपाल आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। उन्हें पुलिस द्वारा 5 दिन के रिमांड पर रखा गया है।
यह मामला युवाओं के लिए एक चेतावनी का संकेत है कि वे सावधान रहें और धोखाधड़ी के आरोपों से बचें। आपको किसी भी अनजान नंबर से आने वाली कॉल्स पर सतर्क रहना चाहिए और विश्वसनीयता की जांच करने के बाद ही किसी तरह के भुगतान को करना चाहिए। आपको अपनी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी को सुरक्षित रखना चाहिए और इंटरनेट पर ऑनलाइन वित्तीय सौदों में सतर्क रहना चाहिए।
साइबर अपराधों के खिलाफ संघर्ष जारी है और पुलिस विभाग इसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर रहा है। यह मामला इस बात की पुष्टि करता है कि साइबर सुरक्षा में सुधार करना और जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है। लोगों को साइबर अपराधों के खिलाफ सुरक्षित रहने .
एयरपोर्ट नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी: सुरक्षा के तार तैयार रहें। 63 हजार रुपये ठगे
युवाओं के लिए एयरपोर्ट नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का मामला बहुत चिंताजनक है। इससे आपको सतर्क रहना चाहिए और अपनी सुरक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए। निम्नलिखित तरीकों को अपनाकर आप इस तार तैयारी को सुनिश्चित कर सकते हैं:
- सतर्क रहें: अगर आपको किसी अनजान नंबर से कॉल या संदेश मिलता है जिसमें एयरपोर्ट नौकरी की पेशकश की जाती है, तो सतर्क रहें। यह संदेश या कॉल हो सकता है कि आपको फार्म फीस या अन्य पैसों की जरूरत है, लेकिन पहले विश्वसनीयता की जांच करें और इसे सत्यापित करें।
- वित्तीय जानकारी की सुरक्षा: किसी भी प्रकार के भुगतान या ऑनलाइन लेन-देन से पहले अपनी वित्तीय जानकारी की सुरक्षा का ख़ास ध्यान रखें। अपने बैंक खाते की जानकारी, क्रेडिट कार्ड अथवा डेबिट कार्ड विवरण को किसी के साथ शेयर न करें और केवल विश्वसनीय और सुरक्षित वेबसाइटों का उपयोग करें।
- आप एयरपोर्ट नौकरी की खोज कर रहे हों तो सुनिश्चित करें कि आप सत्यापित और आधिकारिक स्रोतों का ही उपयोग कर रहे हैं। कुछ महत्वपूर्ण टिप्स निम्नलिखित हैं:
- वेबसाइट की पहचान करें: यदि आप एक ऑनलाइन पोर्टल का उपयोग कर रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि वह सुरक्षित है और प्रमाणित है। जाँचें कि क्या वेबसाइट के URL में “https” है और यह सुरक्षित सूचना संचार के लिए उपयोग करती है। साथ ही, किसी वेबसाइट के गोपनीयता नीति, सेक्योरिटी सर्टिफिकेट और संपर्क जानकारी की जांच करें।
- प्रमाणित एयरपोर्ट नौकरी पोर्टल का उपयोग करें: सुनिश्चित करें कि आप केवल प्रमाणित और मान्यित एयरपोर्ट नौकरी पोर्टलों का उपयोग कर रहे हैं। इसके लिए, आप एयरपोर्ट या सरकारी संगठनों की आधिकारिक वेबसाइटों पर जांच कर सकते हैं और उनकी पेशकशों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- वैकल्पिक संपर्क जानकारी का उपयोग करें: सुनिश्चित करें कि आपके
क्या करें जब आप धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं:
धोखाधड़ी के शिकार होने की स्थिति में आपको तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। निम्नलिखित कदम आपकी सहायता कर सकते हैं:
- पुलिस को सूचित करें: सबसे पहले, आपको धोखाधड़ी की सूचना पुलिस को देनी चाहिए। आपको स्थानीय पुलिस स्टेशन पर जाकर एक फाइरिंग दर्ज करना चाहिए और धोखेबाजों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करनी चाहिए।
- डिटेल्स का संग्रह करें: आपको अपनी धोखाधड़ी की जानकारी का संग्रह करना चाहिए, जैसे कि धोखेबाजों के संपर्क विवरण, भुगतान की प्रमाणित जानकारी, संदर्भ संख्याएँ, और किसी भी अन्य साक्ष्य को नकली नकल में। यह सभी जानकारी पुलिस को प्रदान करनी चाहिए।
- बैंक और फाइनेंशियल लेखापरीक्षण: यदि आपने धोखेबाजों को वित्तीय जानकारी दी है, तो तुरंत अपने बैंक और वित्तीय संस्थानों को सूचित करें। आपको अपने खातों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम
- वाणिज्यिक एजेंसी को सूचित करें: अगर आपने किसी वाणिज्यिक एजेंसी द्वारा धोखाधड़ी की थी, तो उसे भी सूचित करें। उन्हें आपकी स्थिति के बारे में जानकारी दें और अपने आर्थिक हक की मांग करें।
- जागरूकता फैलाएं: अपने अनुभव को दूसरों के साथ साझा करके जागरूकता फैलाएं। सोशल मीडिया, समाचार माध्यम या स्थानीय समुदाय के माध्यम से लोगों को धोखाधड़ी की संदेहभाजना करें और उन्हें सतर्क रहने की सलाह दें।
- जुर्माना कार्रवाई में सहायता लें: आपको किसी मान्यता प्राप्त निकाय या संगठन से मदद लेनी चाहिए जो धोखाधड़ी के मुद्दे पर कार्रवाई करता है। इसके लिए, आप न्यायिक सलाहकार, महिला आयोग, उच्च न्यायालय या नगर निगम के साथ संपर्क कर सकते हैं।
- धोखाधड़ी के खिलाफ लड़ना और इसकी जागरूकता फैलाना महत्वपूर्ण है।